विश्व स्तनपान सप्ताह में हुआ कार्यक्रम
महिला एवं बाल विकास परियोजना छतरपुर शहरी अंतर्गत संचालित आंगनबाड़ी केन्द्रों में विश्व स्तनपान सप्ताह के दौरान गर्भवती और धात्री माताओं की उपस्थिति में कार्यक्रम आयोजित किया गया।
इस अवसर पर परियोजना अधिकारी विक्रम सिंह एवं सेक्टर पर्यवेक्षक द्वारा उपस्थित हितग्राहियों को स्तनपान के महत्व के बारे में जानकारी दी गई। बताया गया कि नवजात शिशु के लिए स्तनपान अमृत के समान है। मां का पहला पीला और गाढ़ा दूध शिशु की अनेक बीमारियों से रक्षा करता है। जन्म के 1 घंटे के भीतर स्तनपान कराना जरूरी है और 6 माह तक शिशु को मात्र स्तनपान ही कराना चाहिए। स्तनपान से शिशु के सम्पूर्ण विकास के लिए जरूरी पोषक तत्व प्रोटीन, विटामिन, कार्बोहाइड्रेट और वसा इत्यादि प्राप्त होते हैं। कार्यक्रम में कोविड-19 के सुरक्षा मानकों का पालन किया गया और मौजूद हितग्राहियों को संक्रमण से बचाव के लिए मास्क, सेनेटाइजर और सोशल डिस्टेंस का पालन करने के बारे में समझाईश भी दी गई।
इस अवसर पर परियोजना अधिकारी विक्रम सिंह एवं सेक्टर पर्यवेक्षक द्वारा उपस्थित हितग्राहियों को स्तनपान के महत्व के बारे में जानकारी दी गई। बताया गया कि नवजात शिशु के लिए स्तनपान अमृत के समान है। मां का पहला पीला और गाढ़ा दूध शिशु की अनेक बीमारियों से रक्षा करता है। जन्म के 1 घंटे के भीतर स्तनपान कराना जरूरी है और 6 माह तक शिशु को मात्र स्तनपान ही कराना चाहिए। स्तनपान से शिशु के सम्पूर्ण विकास के लिए जरूरी पोषक तत्व प्रोटीन, विटामिन, कार्बोहाइड्रेट और वसा इत्यादि प्राप्त होते हैं। कार्यक्रम में कोविड-19 के सुरक्षा मानकों का पालन किया गया और मौजूद हितग्राहियों को संक्रमण से बचाव के लिए मास्क, सेनेटाइजर और सोशल डिस्टेंस का पालन करने के बारे में समझाईश भी दी गई।
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