सदैव अटल: विनम्र श्रद्धांजलि!!
राजनीति के कीचड़ में भी बेदाग रहकर कमल हो जाना,
कहां किसी के लिये मुमकिन है, दूसरा अटल हो जाना।
अटल जी राजनीति में चातुर्य नहीं देशहित की बुद्धिमत्ता और विद्वता को सर्वोपरि मानते थे।
वे जीवनपर्यंत अपने आदर्शों पर अटल रहे, इसलिए भारतवासियों के हृदय में उनका स्थान सदैव अटल रहेगा।
मां भारती के महान सपूत को उनकी समाधि स्थल सदैव अटल पर मेरा साष्टांग प्रणाम!
अटल जी अमर हैं!
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