आज दास धर्म सेवादारी दिवस के अवसर पर ग़ाज़ियाबाद के लोनी स्थित ‘नानक सचखंड धाम आश्रम’ में जाने का सपरिवार अवसर मिला।
संत श्री त्रिलोचन दर्शन दास जी महाराज के आश्रम में तीन दिवसीय समागम में देश भर के हज़ारों सेवक आए हुए हैं।यहाँ की व्यवस्थाएं बहुत उत्तम है। संत श्री जी हमारे गाँव धवर्रा में पधारे थे। पूज्य पिता श्री गणेश प्रसाद मिश्र जी की पावन मूर्ति की स्थापना उन्होंने अपने कर कमलों से पंडित गणेश प्रसाद मिश्र खेल परिसर में की थी।आज उसी क्रम में वार्षिक पत्रिका उनको समर्पित की। परिवार सहित आशीर्वाद लिया, कीर्तन सत्संग मैं शामिल हुआ। साथ में श्री सत्यभूषण जी, श्रीमती प्रमिला मिश्रा एवं संकल्प भी रहे।
* संत त्रिलोचन दर्शन दास जी महाराज एक दयालु संत है। परिवार के साथ बैठकर भोजन में उन्होंने जो बातें कहीं वह उनके जीवन के अनुभव के सुखद प्रसंग सुनकर गौरवान्वित रहे। लॉकडाउन पीरियड में पूरे ग़ाज़ियाबाद क्षेत्र में उनकी सेवा एवं लंदन में होम लैस लोगों के लिए प्रतिदिन नौ सौ लोगों के लिए ताज़े भोजन के पैकेट का वितरण वह निरंतर कर रहे हैं। यह उनकी दरियादिली का सबसे बड़ा प्रमाण है। हमारे देश में उनके अनेक स्थानों पर आश्रम चलते हैं। लोनी का यह आश्रम विशेष श्रद्धा का केंद्र है। कहावत है कि यह वह स्थान है जहाँ सरोवर में गुरु नानक देव जी ने हाथी को जीवित कर दिया था। इस स्थान पर बैठकर हमने भी आज सत्संग में भाग लिया। अपने आप का अनूठा अनुभव महसूस हुआ। मैंने उनको निवेदन किया कि इसी प्रकार की कृपा वह सब पर बनाए रखें।सभी सुखी हों, निरोगी हों, यही प्रार्थना है।*
आपसे अनुरोध है कि कभी समय मिले तो यूट्यूब पर उनके प्रवचन और सत्संग अवश्य सुनिये।आगामी 15-16 फ़रवरी को सत्संग में उपस्थित रहेंगे तो और भी आनंद होगा।
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