बकस्वाहा के जंगलों को बचाने चारो ओर से आ रही है आवाजें , शनिवार को संत दादा गुरु का बकस्वाहा के जंगलों में हो रहा आगमन
बकस्वाहा / छतरपुर जिले के बकस्वाहा के जंगलों में से हीरा निकालने के लिए लाखों हरे भरे वृक्षो को काटने की तैयारी शासन प्रशासन द्वारा की जा रही है लेकिन बकस्वाहा क्षेत्र के जागरूक लोगो ने अपने जंगल को बचाने एवं लाखों वृक्षो को बचाने मुहिम चलाई जा रही है और बकस्वाहा के जंगलों को बचाने सोशल मीडिया के माध्यम से चारो ओर से आवाजे आने लगी है कि हीरा को निकालने वृक्षों व प्राणियों के जीवन को खतरे में नही जाने देंगे ,बकस्वाहा के जंगलों को बचाने सामाजिक संगठनों के साथ ही साधु संतों का भी मुहिम में सहयोग मिलना प्रारम्भ हो गया है , धरा , धेनु , जल , जंगल , प्रकृति संरक्षण सम्वर्धन के लिए विश्व कीर्तिमान स्थापित कर अपना सर्वस्व समर्पित करने वाले मां नर्मदा के पथ के महायोगी सिद्ध संत समर्थ सदगुरु भैयाजी सरकार दादा गुरु जो विगत 221 दिनों से अन्न का त्याग कर नर्मदा जल पर नर्मदा गौ संरक्षण सम्वर्धन के लिए नर्मदा जल संग्रहण हरित क्षेत्र को बचाने सत्याग्रह कर रहे है , वही संत शनिवार 29 मई के दोपहर 01 बजे बकस्वाहा के जंगल संरक्षण सम्वर्धन के लिए आ रहे है जो बकस्वाहा के जंगलों में भी जाएंगे ।
🙏रत्नेश जैन पत्रकार बकस्वाहा
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