राष्ट्रीय क्षमावाणी महोत्सव ******* उत्तम क्षमा ही सर्वश्रेष्ठ धर्म की भावना के साथ भारतीय जैन संघटन द्वारा क्षमावाणी महोत्सव का आयोजन
(रत्नेश रागी भैया)
बकस्वाहा /24 सितंबर/ भारतीय जैन संघटना (बीजेएस) मध्य प्रदेश पूर्व के वैनर तले टीकमगढ़ इकाई द्वारा जैन धर्म के दशलक्षण महापर्व के समापन पर परंपरा अनुसार राष्ट्रीय स्तर पर ऑनलाइन क्षमावाणी महोत्सव का आयोजन प्रज्ञा श्रवण मुनि श्री 108 अमित सागर जी महाराज के मंगल सानिध्य में सम्पन्न हुआ। इस आयोजन की अध्यक्षता श्री दिगंबर जैन महासमिति के राष्ट्रीय अध्यक्ष डॉ. मणीन्द्र जैन दिल्ली ने की तथा मुख्य अतिथि के रूप में प्रदीप जैन आदित्य पूर्व केंद्रीय मंत्री, राजेन्द्र लुंकड़ राष्ट्रीय अध्यक्ष भारतीय जैन संघटना तथा मुख्य अतिथि के रूप में डॉ. विमल कुमार जैन प्रांतीय अध्यक्ष बीजेएस मध्यप्रदेश पूर्व, कपिल मलैया प्रांतीय अध्यक्ष वैश्य महासभा मध्यप्रदेश, एड. कमलेन्द्र जैन क्षेत्रीय अध्यक्ष जैन मिलन सागर, इंजी. अशोक कुमार पलंदी प्रांतीय महासचिव बीजेएस मध्यप्रदेश पूर्व तथा सुनील घुवारा उपाध्यक्ष श्री दिगंबर जैन सिद्धक्षेत्र द्रोणगिरि उपस्थित रहे।
क्षमावाणी कार्यक्रम का प्रारंभ डॉ राजेन्द्र जैन देवड़ा उदयपुर द्वारा श्रीजी के समक्ष दीप प्रज्ज्वलन व राष्ट्रीय कवि अजय अहिंसा वाकल जबलपुर के मंगलाचरण के साथ हुआ।
कार्यक्रम के संयोजक पंकज कुमार जैन (छतरपुर) संयुक्त सचिव बीजेएस मध्यप्रदेश पूर्व एवं मनीष जैन विद्यार्थी (शाहगढ़) ने वताया कि जैन परंपरा के अनुसार अहिंसा भाव व क्षमा भाव से बड़ा कोई धर्म नही होता, जिसको दृष्टिगत रखते हुए पर्युषण महापर्व के उपरांत क्षमावाणी महोत्सव का आयोजन किया जाता है जिसमे हम जगत के समस्त प्राणी से पूर्व वर्ष में जाने अनजाने में हुई गलतियों की लिए उत्तम क्षमा मांगते है और दूसरों के प्रति भी उत्तम क्षमा का भाव प्रदर्शित करते है।
इस राष्ट्रीय क्षमावाणी महोत्सव का संचालन इंदौर की डॉ. प्रगति जैन द्वारा व स्वागत उद्बोधन राजेन्द्र महावीर सनावद राष्ट्रीय उपाध्यक्ष जैन पत्रकार महासंघ तथा आभार अनिल शास्त्री सागर द्वारा किया गया। कार्यक्रम के समन्वयक के रूप में प्रो. पी के जैन (छतरपुर) जिला अध्यक्ष बीजेएस तथा निर्देशक के रूप में राजेश रागी वरिष्ठ पत्रकार (बकस्वाहा) संभाग अध्यक्ष बीजेएस उपस्थित रहे। कार्यक्रम को सफल बनाने में तकनीकी सयोजन मोहित जैन मोही उदयपुर (राजस्थान) द्वारा किया गया।
इस अवसर पर विशेष अतिथि के रूप में क्षमावाणी पर डॉ. सुनील संचय ललितपुर, इंजी महेश जैन मकरोनिया (सागर), राकेश पलंदी दमोह, श्रीमती मीना जैन टीकमगढ़, डॉ. ममता जैन पुणे (महाराष्ट्र), प. सुनील शास्त्री टीकमगढ़ ने अपने विचारों को व्यक्त किया।
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