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दयोदय महासंघ संघ को एक कर्मवीर दानवीर महावीर अपने कार्य में और अपनी भक्ति में सब कुछ गुरु और धर्म को लेकर जीने वाले प्रेमी भैया राष्ट्रीय अध्यक्ष बने श्री प्रेमचंद जैन (प्रेमी भैया)

 सतना। समाधिस्थ श्री ज्ञानचंद जी जैन के ज्येष्ठ पुत्र एवं दिगंबर जैन समाज सतना के अध्यक्ष इंजी. रमेश जैन जी के बारे में तो सभी जानते हैं कि उन्होंने अपने त्याग और समर्पण से आचार्य भगवन के सामने एक कितनी शानदार रूपरेखा खींची है कि उसी का परिणाम था कि खजुराहो में आचार्य भगवन का चौमासा हुआ और स्वर्ण उदय तीर्थ की स्थापना हुई और आज सर्वोदय तीर्थ को आसमान की ऊंचाई पर पहुंचाने के लिए दिन-रात रमेश जी भाई साहब काम कर रहे हैं रमेश जी भाई साहब के लिए जितना कहा जाए वह शब्द कम हैं यह ऐसी शख्सियत है जिसने अपना जीवन तन मन और धन सब समाज और गुरु भक्ति में समर्पित कर दिया है उन्हीं के बड़े भाई    बड़े भाई श्री प्रेमचंद जैन (प्रेमी) भैया जो अपने आप में एक स्वयं में समर्पित समाज के लिए एक ऐसी रत्न है जिन्होंने अपना जीवन समाज और आचार्य भगवान की भक्ति में और उनके आदेशों में समर्पित कर रखा है उनके द्वारा आज तक जो भी काम जो भी संस्थाएं जो भी जिम्मेदारियां दी गई हैं वह सब आसमान की ऊंचाइयों को छू रही हैं इस बात में कोई दो राय नहीं है कि आचार्य भगवान ने उन पर जो है भरोसा दिखाया है दयोदय महासंघ का राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाकर यह तय है कि दयोदय महासंघ आज तक के किए हुए कामों को पीछे छोड़कर एक ऐसा नया इतिहास रच आएगा कि हिंदुस्तान के इतिहास में इसका एक अलग नाम और एक अलग पहचान होगी आचार्य भगवन का यह फैसला के प्रेमी भैया को राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाया जाए यह जिम्मेदारी दयोदय महासंघ को आसमान की ऊंचाइयों पर पहुंच आएगी जो कमियां हैं वह खत्म करेगी एक नया सूरज उगेगा और अब इस देश के अंदर गौ रक्षा के लिए एक नई पहल शुरू होगी नई शक्ति के साथ शुरू होगी प्रेमी भैया के बारे में क्या बताएं शब्द कम पड़ जाएं ऐसे व्यक्ति हैं वह जिन्होंने अपना जीवन अपना परिवार अपना सब कुछ सिर्फ गुरु भक्ति और समाज के लिए समर्पित कर रखा है ऐसे हमारे प्रेमी भैया को राष्ट्रसंत आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज के मंगल आशीर्वाद से दयोदय महासंघ का राष्ट्रीय अध्यक्ष मनोनीत किया गया ! इससे पहले आप इसी संस्था में कोषाध्यक्ष पद पर अपनी सेवाएं प्रदान कर चुके हैं! आपने भारत-बांग्लादेश के बीच हो रही गायों की तस्करी को रोकने में महत्वपूर्ण भूमिका अदा की थी .अपनी जान जोखिम में डालकर बीएसएफ जवानों के साथ मिलकर भारत बांग्लादेश बॉर्डर में पांच गौशाला खुलवाई जो कि आज भी अनवरत रूप से चल रही है। आपसे पहले सतना में रह चुके कलेक्टर IAS श्री राहुल जैन के पिता श्री मल्लकुमार जैन इस पद की जिम्मेदारी का निर्वहन कर रहे थे किंतु कुछ दिन पूर्व जबलपुर में आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज के आशीर्वाद से उन्होंने अपना गृहस्थ जीवन त्याग कर आचार्य भगवंत से क्षुल्लक दीक्षा अन्गीकार कर मोक्षमार्ग के पथ पर बढ गये। आचार्य श्री विद्यासागर जी की प्रेरणा/आशीर्वाद से भारतवर्ष में दयोदय गौशाला के नाम से लगभग 126 गौशाला संचालित हो रही है जिसमें लगभग 70000 गायों का पालन पोषण किया जा रहा है। श्री प्रेमचंद जी (प्रेमी भैया) विगत कई वर्षों से सामाजिक एवं जीव दया के कार्यों में राष्ट्रीय स्तर पर विभिन्न महत्वपूर्ण पदों पर रहकर अपनी सेवाएं दे रहे हैं।


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