दो दिवसीय अंतर विश्वविद्यालयीन राज्य स्तरीय युवा उत्सव सम्पन्न जीवन अपने आप में उत्सव है, जिसने जीवन के उत्सव का आनंद लेना समझ लिया उसने जीवन जीना सीख लिया: श्री शैलेन्द्र शर्मा
प्रदेश के म.प्र. राज्य कौशल विकास एवं निर्माण बोर्ड के अध्यक्ष श्री शैलेन्द्र शर्मा के मुख्यआतिथ्य में महाराजा छत्रसाल बुंदेलखण्ड विश्वविद्यालय छतरपुर द्वारा आयोजित दो दिवसीय अंतर विश्वविद्यालयीन राज्य स्तरीय युवा उत्सव शुक्रवार को सम्पन्न हुआ। इस मौके पर जबलपुर एवं उज्जैन की छात्राओं द्वारा समूह नृत्य की प्रस्तुती दी गई। जिसे करतल ध्वनि से सराहा गया। इस अवसर पर डीआईजी श्री विवेक राज सिंह, कलेक्टर श्री संदीप जी आर, राजीव गांधी प्रोद्योगिकी विश्वविद्यालय भोपाल के कुलगुरू श्री सुनील गुप्ता और महाराजा छत्रसाल विश्वविद्यालय के कुलगुरू प्रो. टी आर थापक और कुलसचिव श्री जे.पी. मिश्रा, गर्ल्स कॉलेज के प्राचार्य श्री एल.एल. कोरी तथा डीएसडब्ल्यू श्रीमती ममता वाजपेयी भी मंचासीन रहीं।
इस अवसर पर श्री शैलेन्द्र शर्मा ने कहा कि जीवन अपने आप में उत्सव है, यहां के हर क्षण, हर पल, हर घटना उत्सव है। उत्सव का आनंद तब तक ले सकते हैं जब तक व्यक्ति मन से युवा है। जिसने जीवन के उत्सव का आनंद लेना समझ और सीख लिया समझो उसने सही मायनों में जीवन जीना सीख लिया।
उन्होंने यहां उपस्थित प्रतिभागी युवा शक्तियों का आव्हान करते हुए कहा कि आप जो जीवन जीना और देखना चाहते है उसके सुंदर रंग मन के भीतर खिलाएं। अपने अंदर आत्मविश्वास जागृत करें और सपने सच करते हुए आगे निकलें। जो सामर्थ्य, परामर्श एवं सहयोग चाहिए उसे देने का काम परिवार मित्र मण्डली और समाज का है। युवाओं के सपनों को सच करने और वास्तव में साकार करने का काम सरकार का है। उन्होंने कहा कि व्यक्ति में कौशल जन्मजात होता है। जो व्यक्ति सीखनें के साथ-साथ कुछ एक्सट्रा करने की ललक और सामर्थ्य रखते है वही सफल होते है। कौशल सीखने के लिए अपने मन में देखो जो पसंद है और मन के मुताबिक है उसका कौशल सीखते हुए सफल बनें।
उन्होंने कहा कि महाराजा बुंदेलखण्ड विश्वविद्यालय के साथ म.प्र. राज्य कौशल विकास एवं रोजगार निर्माण बोर्ड के मध्य शीघ्र एमओयू साइन किया जाएगा। यहां बोर्ड का एक्सटेंशन कार्यालय भी शुरू होगा। जिसके जरिये छात्रों को कौशल विकास एवं रोजगार सृजन कराया जाएगा। आपने युवाओं का आव्हान करते हुए कहा कि वे किस प्रकार का रोजगार चाहते हैं। इस संबंध मंे अपने सुझाव मेल पर भेंजे।
उन्होंने कहा कि बुंदेलखण्ड परस्पर प्रेम के साथ-साथ प्यार संघर्ष, वीरता, बलिदान और शौर्य गाथा के लिए इतिहास में अमिट है। ऐसा व्यवहार और संस्कार कहीं और नहीं देखने को मिलता है।
छतरपुर के डीआईजी श्री विवेक राज सिंह ने कहा कि राज्य स्तरीय युवा उत्सव में प्रतिभागीयों ने अपनी ऊर्जा शक्ति का समन्वय एवं सही उपयोग करते हुए विभिन्न विद्याओं में श्रेष्ठ प्रस्तुति दी है। यहा ऊर्जा सतत् अभ्यास, समन्वय एवं लगन से ही सम्भव है। उन्होंने कहा कि प्रतिभा एवं ऊर्जा का सही उपयोग करने से ही बहुआयामी सफलता मिलती है। उन्होंने कहा कि लक्ष्य प्राप्ति के लिए संसाधनों का आंकलन जरूरी है और उपलब्ध संसाधनों का बेहतर उपयोग करके ही सफलता पाई जा सकती है।
राजीव गांधी प्रोद्योगिकी विश्वविद्यालय भोपाल के कुलगुरू सुनील गुप्ता ने कहा कि महाराजा छत्रसाल विश्वविद्यालय की मांगों एवं समस्याओं के निदान के संबंध में बेहतर प्रयास करेंगे। उन्होंने बताया कि आरजीपीव्ही संस्थान द्वारा संचालित ई-लाईब्रेरी पूरी तरह से क्लाउड कंप्यूटिंग पर आधारित है यह प्रदेश की सबसे बड़ी ई-लाईब्रेरी है। उन्होेंने कहा टीचिंग एवं लर्निंग में कीमती समय का उपयोग करते हुए छात्रों का भविष्य बनाएं।
महाराजा बुंदेलखण्ड छत्रसाल विश्वविद्यालय के कुलगुरू प्रो. टी आर थापक ने कहा कि प्रतिस्पर्धा की हार ही जीत की अगली सीढ़ी है। उन्होंने सफल प्रतिभागियों का बधाई दी और हारने वालों को दो गुने जोश एवं शक्ति से 100 फीसदी सामर्थ्य का प्रदर्शन करते रहने पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि सफलता के लिए कल्पना की उड़ान जरूरी है।
इस अवसर पर सम्पन्न 22 विद्याओं के प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय विजेताओं को सम्मानित किया गया। प्रारंभ में मां सरस्वती के चित्र पर दीप प्रज्जवलित कर समापन कार्यक्रम शुभारंभ किया गया। छात्राओं द्वारा सरस्वती गान, विद्यालय का कुलगान, स्वागतगीत प्रस्तुत किया गया। संचालन प्रो. बहादुर सिंह परमार ने किया।
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