द्रोणगिरि में विविध कार्यक्रमों के साथ मनाई आदिनाथ जयंती
सेंधपा (द्रोणगिरि) /- प्रसिद्ध जैन तीर्थ द्रोणगिरि में परम पूज्य आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज के परम शिष्य मुनि श्री दुर्लभ सागर जी व मुनि श्री संधान सागर जी महाराज के पावन सानिध्य में प्रथम तीर्थंकर आदिनाथ भगवान का जन्म कल्याणक भारी जनसमुदाय की उपस्थिति में उत्साह एवं भक्ति भाव से मनाया गया ।
जैन तीर्थ द्रोणगिरि के मंत्री भागचंद पीलीदुकान ने बताया कि इस पावन अवसर पर द्रोणगिरि के गिरिराज पर विराजमान मूलनायक भगवान आदिनाथ स्वामी की प्राचीन प्रतिमा का महामस्तकाभिषेक के उपरांत मुनिश्री के द्वारा 1008 मंत्रों के उच्चारण के साथ शांतिधारा की गई , जिसका प्रथम सौभाग्य प्रदीप कुमार दिलीप कुमार जैन तथा मदनलाल हितेश बड़जात्या अजनास को प्राप्त हुआ, इसके उपरांत 11:00 बजे से रात्रि 8:00 बजे तक 19 घंटे का अखंड भक्तांबर पाठ एवं ऋद्धि मंत्रों से 48 दीप प्रज्वलित कर भव्य आरती की गई ।
गुरुदत्त पाठशाला हुई प्रारंभ
इस अवसर पर श्री गुरुदत्त दिगंबर जैन पाठशाला का शुभारंभ पूज्य द्वय मुनिश्री के मंगल सानिध्य में उद्योगपति प्रदीप कुमार दिलीप कुमार तिजारा वालों ने दीप प्रज्वलन कर किया।
(राजेश जैन रागी)
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