धरती की करुण पुकार सुन भगवान ने लिया अवतार: जगतगुरु रामभद्राचार्य महाराज बागेश्वर धाम में बुंदेलखंड के महाकुंभ में शुरू हुई श्री राम कथा
छतरपुर। लाखों श्रद्धालुओं की आस्था के केंद्र बागेश्वर धाम में बुंदेलखंड के महाकुंभ का आगाज हो गया है। मंगलवार से जगतगुरु पद्मविभूषण तुलसी पीठाधीश्वर रामभद्राचार्य महाराज के मुखारविंद से श्री राम कथा का श्रवण करने का अवसर प्राप्त हो रहा है श्री राम दरबार की पूजा के साथ श्री राम कथा प्रारंभ हुई। कथा व्यास जगतगुरु रामभद्राचार्य महाराज जी ने कहा कि जब धरती रावण के अत्याचारों से त्रस्त होकर त्राहि-त्राहि करने लगी। तब धरती की करुण पुकार सुन भगवान ने अवतार लिया। मंच पर यज्ञ पुरुष बद्रीनाथ धाम के बालक योगेश्वर दास महाराज, बगेश्वरधाम पीठाधीश्वर पं धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री जी सहित अन्य संतगण उपस्थित रहे।
22 से 30 मार्च तक चलने वाली श्री राम कथा के पहले दिन कथा व्यास तुलसी पीठाधीश्वर रामभद्राचार्य महाराज ने बालकांड की कथा सुनाई। संगीत में रसभरी श्री राम कथा सुनने बड़ी संख्या में धर्म प्रेमी कथा स्थल पहुंचे। महाराष्ट्र ने कहा कि जब धरती ब्रह्मा जी के पास गई तब उन्होंने कहा कि जब तक भगवान श्री राम धरती में अवतार नहीं लेंगे तब तक पृथ्वी को रावण के कोप से मुक्त कराया नहीं जा सकता भगवान श्रीराम ने पृथ्वी की करुण पुकार सुन मनुष्य वेश धारण कर धरती में उतार लिया। इसी के साथ नारद जी के वचन सत्य हुए। परम शक्ति सीता जी के साथ ही हनुमान जी सहित श्री राम ने धरती में अवतार लिया। महाराज श्री ने कहा कि मां अंजना ने हनुमान जी को जन्म दिया लेकिन सीता जी ने राम मंत्र देकर हनुमान जी को परम माता का वैभव दिया। ऐसे अवसर पर दमोह विधायक अजय टंडन बड़ा मलहरा विधायक राज्य मंत्री दर्जा प्राप्त प्रद्युम्न सिंह लोधी राजपीठ से मौजूद रहे।
वैदिक मंत्रोच्चार के साथ प्रज्ज्वलित हुई अग्नि, दी गई विश्व कल्याण को आहुतियां
बागेश्वर धाम में 251 कुंडीय श्री लक्ष्मी नारायण सीताराम महायज्ञ की भी शुरुआत हुई। वैदिक मंत्रोच्चार के साथ मुख्य यज्ञाचार्य पं पूर्ण चंद्र उपाध्याय एवं उनके अन्य ब्राह्मणों के साथ अग्नि प्रज्वलित की गई और इसी अग्नि से 251 कुंड प्रज्ज्वलित हुए। अग्नि प्रज्वलित होते ही विश्व कल्याण के लिए आहुतियां दी गई। देशभर से आये यजमानों ने हवन कुंड में आहुति दी और प्रार्थना की कि भगवान बालाजी, बागेश्वर महादेव दुनिया की विपदा मिठाएं। बाकी सब धाम में विद्वान ब्राह्मणों की उपस्थिति में 18 पुराण का वाचन किया जा रहा है।
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