सड़क सुरक्षा समिति की बैठक यातायात व्यवस्था सुगम बनाने लिये गये निर्णय नियम का पालनकर्ता बने सवारी उतारने के नाम पर चिहिंत बस स्टॉप के अलावा बस कहीं न रूके छत्रसाल चौक पर पब्लिक ट्रांसपोर्ट नहीं रूके
कलेक्टर छतरपुर श्री संदीप जी आर की अध्यक्षता में मंगलवार को कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में संपन्न जिला सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में यातायात व्यवस्था को सुगम बनाने और आम लोगों के आवागमन को सुचारू बनाने के लिये विचार विमर्श से बहुउद्देशीय निर्णय लिये गये। बैठक में पुलिस अधीक्षक श्री सचिन शर्मा सहित समिति के सदस्य उपस्थित रहे। प्रारंभ में पुलिस अधीक्षक सचिन शर्मा ने गत बैठक के पालन प्रतिवेदन की जानकारी देते हुये शहर की यातायात व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिये रूपरेखा प्रस्तुत की। उन्होंने बताया कि 18 वर्ष उम्र के युवाओं द्वारा वाहन चलाने की स्थिति में ऐसे वाहन स्थायी रूप से जप्त किये जाएगे। तो शराब पीकर वाहन चलाने वाले लोगों पर कार्यवाही की जाएगी। दुर्घटना की रोकथाम के लिये हेलमेट पहनकर वाहन चलाने की अपील की गई।
कलेक्टर ने कहा कि छत्रसाल चौक पर पब्लिक ट्रांसपोर्ट नहीं रूके और शहर में चिहिंत बस स्टॉप के पूर्व कहीं भी बस न रूके। बस ऑनर्स नियम का पालनकर्ता बने और उदाहरण प्रस्तुत करें। उन्होंने कहा कि सवारी उतारने के बाद सवारी लेने के इंतजार में शहर में जहां तहां बस खड़ी रहती है। इससे यातायात बाधित होता है। चिन्हित स्थानों के अलावा शहर में मैन रोड पर न तो बस और न ही ई-रिक्शा खड़े रहकर यातायात बाधित करें।
कलेक्टर ने बैठक मे उपस्थित बस ऑनर्स प्रतिनिधियों से अपेक्षा की यात्रियों की सुरक्षा की दृष्टि से चिन्हित बसों में सीसीटीवी कैमरे लगाने की पहल शुरू करें।
बस स्टॉफ और दुकानदारों के चरित्र सत्यापन के आधार पर बनेंगे आईडी
बैठक में लिये गये निर्णय अनुसार बस स्टैड पर असामाजिक तत्वों की रोकथाम के लिये बस स्टॉफ और बस स्टैड के दुकानदार जिनका चरित्र और चालचलन सामाजिक दृष्टि से अच्छा है उन्हे पहचान पत्र दिये जायगे। ऐसे व्यक्ति जिनका थाने में दर्ज रिकार्ड के अनुसार चरित्र सत्यापन अच्छा नहीं है और अपराधी प्रवृत्ति के पाये जाएगे उन्हें पहचान पत्र नहीं दिया जाएगा।
यातायात को सुगम बनाने और समिति की बैठक में लिये गये निर्णय के क्रियांवयन के लिये बस ऑनर्स, ई-रिक्शा और मैरिज गार्डन मालिक की बैठक आरटीओ, सीएमओ, पुलिस एवं राजस्व विभाग द्वारा संयुक्त रूप से ली जाएगी। मैरिज गार्डन के प्रबंधक से पार्किंग के संबंध में चर्चा होगी। शहर में हाईकोर्ट द्वारा प्रसारित निर्देश के परिपालन में ई-रिक्शे की संख्या सीमित करने के उद्देश्य से शासन से अनुमति लेने के लिये पत्र प्रेषित किया जाएगा। शहर में मुख्य मार्गों के आवारा पशुओं के दुर्घटना की रोकथाम और उन्हें गौशाला भेजन और इस कार्य में जन सहभागिता से प्रबंध जाने का निर्णय लिया गया। शहर के विभिन्न स्थानों की पार्किंग क्षेत्रों की पहचान की जाएगी। शहर के प्रमुख जगह पर वाहनों की स्पीड सीमित रखने के गति बोर्ड लगाये जाएगे। बैठक में क्षेत्रवार ई-रिक्शा खड़े रखने पर चर्चा की गई। रेल्वे स्टेशन एवं बस स्टैड से प्रीपेड व्यवस्था के आधार पर वाहन सुविधा बहाली कराने पर विचार किया गया। शहर के मुख्य मार्ग सागर-झांसी-पन्ना-महोबा रोड डिवाईडर सुविधा और सीसीटीवी कैमरे की सुविधा मुहैया कराने पर चर्चा हुई।
कलेक्टर ने महिलाओं को स्वालंबी बनाने और वाहन के परिचालन कार्य में जोड़ने के लिये उन्हें एनआरएलएम की स्वरोजगार योजना में डायविंग प्रशिक्षण दिलाने और कॉमर्शियल लाइसेंस दिलाने सीएमओ एवं आरटीओ छतरपुर को निर्देश दिये। इसीतरह शहर में बन रहे नये भवनों में वाहन पार्किंग की व्यवस्था सुनिश्चित कराने के निर्देश दिये गये। कोई भी नवीन भवन पार्किंग विहीन नहीं रहे।
No comments