कौन कहता है भगवान आते नही नाशे रोग हरे सब पीड़ा ,जपत निरंतर हनुमत बीरा ।। जय मतंगेश्वर महाराज की,
भारतवर्ष में बुंदेलखंड, ब्रजभूमि, हरियाणा, कर्नाटक ,हिमाचल तथा विश्व में फ्रांस, इटली ,क्यूबा ग्रीस और आंदोरा,आदि देशों से मिले व्यक्तिगत अनुभव से मैं यह कह सकता हूं कि भगवान आध्यात्मिक व्यक्तियों को प्रसाद के रूप में अपनी उपस्थिति देते हैं ।
ब्रह्मलीन गुरु श्री देव प्रभाकर शास्त्री (दद्दा जी ) ,महामंडलेश्वर स्वामी उमाकांत जी सरस्वती (हरिद्वार), इटली में बहुचर्चित योगी ब्रह्मलीन श्री रामपप्रकाश शर्मा ,इटली के इनलाइटेड गुरु पादरे पीओ , आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज, बागेश्वर धाम के पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री, भोपाल की हनुमत श्री मन्नत महाराज , खजुराहो क्षेत्र के श्री नारायण महाराज, झाड़ू वाले बाबा श्री पदम सिंह जी, प्रेम गिरी महाराज , वर्तमान के महत्वपूर्ण योगी श्री हरिहर महाराज, मां ऋतंभरा जी इस शताब्दी के सबसे महत्वपूर्ण चिंतक जिनका जन्म बुंदेलखंड में हुआ भगवान श्री रजनीश (ओशो )आदि संतों ने मेरे व्यक्तिगत जीवन में यह सत्य भगवानों के दर्शन करा कर साबित किया कि भगवान अपनी उपस्थिति समय समय पर दर्ज कराते हैं ।
जय मतंगेश्वर महाराज की, जय बागेश्वर धाम की ,जय आदिनाथ शांतिनाथ भगवान की, जय त्रिलोखर धाम की, जय विश्व के सभी आध्यात्मिक दर्शन की ।
पंडित सुधीर शर्मा
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