राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस में प्रतिभागिता करने वाले विद्यार्थियों को श्री कृष्णा विश्वविद्यालय में नि:शुल्क शिक्षा दी जायेगी- डॉ. पुष्पेन्द्र सिंह गौतम
श्री कृष्णा विश्वविद्यालय छतरपुर एवं स्वयं सेवी संस्था साइंस सेंटर ग्वालियर मध्यप्रदेश के संयुक्त सत्वाधान में भारत सरकार की राष्ट्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी संचार परिषद् विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय नई दिल्ली एवं मध्यप्रदेश विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी परिषद् भोपाल के सहयोग से राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस-2022 राज्यस्तरीय 30वें कार्यक्रम का आयोजन बच्चों के छिपी वैज्ञानिक प्रतिभा के प्रदर्शन का एक बेहतर मंच है। श्री कृष्णा विश्वविद्यालय में आयोजित इस जिला स्तरीय आयोजन में बाल वैज्ञानिको ने जो अपने प्रोजेक्ट्स बनाये उनमे मौलिकता,नवाचार और समाज की बेहतरी की चिन्ता भी दिखी। आज समापन दिवस पर पुरस्कार वितरण समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में श्री कृष्णा विश्वविद्यालय के कुलाधिपति माननीय डॉ. ब्रजेंद्र सिंह गौतम, चैयरमेन डॉ. पुष्पेन्द्र सिंह गौतम, डॉ. एन.के. तिवारी कुलगुरू, सेम विश्वविद्यालय रायसेन, श्री हेमंत वर्मा अध्यक्ष, साइंस सेंटर एवं डॉ. प्रवीण तामोट राज्य अकामिक समन्वयक उपस्थित रहे। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि माननीय डॉ. ब्रजेंद्र सिंह गौतम ने बाल वैज्ञानिकों को सम्बोधित करते हुए ने कहा कि आवश्यकता ही आविष्कार की जननी है अतः नित नवीन विचार किसी के भी मन मस्तिष्क में कहीं से भी आ सकता है जो सामाजिक बदलाव का कारण बन सकता है। हम विज्ञान को अपने विचार और अपनी चिन्तन प्रक्रिया में जैसे और जितना साधते हैं चीज़ों को देखने और समझने की हमारी दृष्टि भी उतनी ही साफ़ और तेज़ हो जाती है। पर यह सिर्फ़ एक पहलू है, अगर चीज़ों को खु़द समझने और समझा लेने तक ही पहुंचकर हम रुक जाते हैं, हमें बच्चों को विज्ञानवाद नहीं तर्कपरकता , संवेदनशीलता और भावनाओं की गहराई देनी होगी। तभी हम भविष्य के एक बेहतर समाज बनाने के अपने दायित्व को भी निभा पायेंगे। डॉ. संध्या वर्मा इस कार्यक्रम की सूत्रधार रहीं उन्होंने कहा कि श्री कृष्णा विश्वविद्यालय में राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस के आयोजन को ऐतिहासिक बना दिया। मैं विश्वविद्यालय के प्रबंधन एवं विश्वविद्यालय परिवार का हृदय से आभार व्यक्त करती हूं। जिन्होंने तीन दिवसीय कार्यक्रम को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
विश्वविद्यालय के चैयरमेन डॉ. पुष्पेन्द्र सिंह गौतम ने अपने उद्बबोधन में कहा कि सभी बाल वैज्ञानिकों और उनके गुरुजनों को बहुत बहुत बधाई एवं आदरणीय निर्णायक मण्डल को हृदय की गहराइयों से आभार कि उन्होंने प्रतिभाओं को पहचान कर अच्छा निर्णय दिया। यही बाल वैज्ञानिक विज्ञान के क्षेत्र में नये अन्वेषण करके न केवल अपने परिवार का ही बल्कि देश का नाम भी रोशन करेंगे। इन बाल वैज्ञानिकों की प्रतिभा से प्रभावित होकर श्री कृष्णा विश्वविद्यालय की कोर कमेटी ने निर्णय लिया कि राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस में प्रतिभागिता करने वाले मध्यप्रदेश के सभी जिलों के विद्यार्थियों को श्री कृष्णा विश्वविद्यालय में नि:शुल्क शिक्षा प्रदान की जायेगी। जिससे इन बाल वैज्ञानिकों के कर्मयोग में हम भी सहयोग कर सकें।
राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस- 2022 में विज्ञान रत्न सम्मान डॉ. शेखर सारभाई एवं डॉ. सुनील दुबे को प्रदान किया गया। डॉ. एम.पी. त्रिपाठी को विज्ञान के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य के लिए उनकी स्मृति में उनके परिवार को सम्मान पत्र प्रदान किया। इन्हीं की स्मृति में इस वर्ष से प्रारंभ किया जाना वाला डॉ. एम.पी. त्रिपाठी स्मृति सम्मान श्री घनश्याम श्रीवास्तव को प्रदान किया गया। राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस- 2022 में मध्यप्रदेश के 47 जिलों प्रतिभाग करने वाले सभी बाल वैज्ञानिकों को मैडल, प्रमाण-पत्र प्रदान कर उत्साहवर्धन किया गया। श्री कृष्णा विश्वविद्यालय की ओर समस्त जिला समन्व्यक को शॉल श्रीफल एवं स्मृति चिन्ह प्रदान किया।
डॉ. एन.के. तिवारी कुलगुरू, सेम ग्लोबल विश्वविद्यालय, रायसेन ने अपने उद्बोधन में कहा कि राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस बच्चों में विज्ञान व अपने क्षेत्र के आसपास की समस्याओं को समझ कर उनके निदान की खोज का एक ऐसा मंच है जिसके माध्यम से बच्चे अपनी जिज्ञासा एवं मौलिक विचार,समाधान व भविष्य की परिकल्पनाओ को साकार करने की परियोजनाएं प्रस्तुत करते हैं। श्री कृष्णा विश्वविद्यालय के कुलाधिपति एवं चैयरमेन का हृदय से आभारी हूं जिन्होंने राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस-2022 में अपना सहयोग प्रदान किया। माननीय चैयरमेन डॉ. पुष्पेन्द्र सिंह गौतम की घोषणा की प्रशंसा करते हुये कहा कि आज के समय में कुछ ही ऐसे व्यक्ति हैं जो शिक्षा को व्यवसाय न समझ कर दान समझते हैं इसी दानवीरता का उत्कृष्ट उदाहरण श्री कृष्णा विश्वविद्यालय है। यहां पर बिताये हमारे ये तीन दिवस इस वर्ष के स्वर्णिम दिन हैं। यहां पर प्रस्तुत किए गये सभी शोधपत्र गुणवत्तापूर्ण रहे हैं
राष्ट्रीय अधिवेशन के लिए निम्न 30 बाल वैज्ञानिकों का चयन किया गया
जिनमें वरिष्ठ बाल वैज्ञानिक - लक्ष्य राज सिंह - भोपाल, शिव शर्मा - ग्वालियर, रिचा पटेल - रीवा, योगेन्द्र सिंह - आगर मालवा, हर्षित सिंह - ग्वालियर, राजश्री परमार - देवास, सुदीप समझदार - पन्ना, दिलराज पटेल - सिंगरौली, शिखा पटेल - कटनी, प्रीति पटेल - नरसिंहपुर, आरव पांडे - छिंदवाड़ा, महक गुप्ता - आगर मालवा, अजय साहू - उमरिया, तनिष्क ढोले - भोपाल, सृष्टि राकेश - देवास, रितक कुर्मी - सागर, शिवांक विश्वकर्मा - सतना, राज कुशवाह - सतना, आकांक्षा वर्मन - कटनी, रोशनी पटेल - शहडोल, वेदांती तिवारी - बुरहानपुर एवं कनिष्ठ बाल वैज्ञानिक - विशाल पटवा - खरगौन, पाखी वर्मा - रीवा, आर्थव खरे - पन्ना, आरूष मित्तल - सिंगरौली, केशव वांकी - हरदा, गिरीराज अंक - भोपाल, साक्षी शर्मा - श्योपुर, काव्या सेंगर ग्वालियर एवं जयदीप पांडे - रायसेन हैं।
राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस-2022 की समन्वयक द्वारा श्री कृष्णा विश्वविद्यालय के इस कार्यक्रम के समन्वयक श्री शिवेन्द्र सिंह परमार एवं समस्त समितियों के समन्वयक डॉ. आशीष तिवारी, डॉ. महेश अहिरवार, डॉ. आकाश सिंह, श्री शिवराज सिंह एवं रेनू झा को प्रमाण-पत्र एवं स्मृति चिन्ह के द्वारा सम्मानित किया गया ।
कार्यक्रम का संचालन राज्य समन्वयक डॉ. संध्या वर्मा ने किया और आभार छतरपुर जिला संयोजक बी.के. गुप्ता ने व्यक्त किया।
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