छतरपुर में फ्लाइओवर का विरोध शुरू भाजपा प्रदेशाध्यक्ष वी.डी.शर्मा एवं कांगे्रस विधायक आलोक चतुर्वेदी को सौंपे गये ज्ञापन
छतरपुर। नगर छतरपुर के लोगों का यह दुर्भाग्य है कि वह जो सरकार से मांगती है वह मिलता नहीं है और जो नहीं मांगती वह थोप दिया जाता है जिसका जीता-जागता उदाहरण छतरपुर में प्रस्तावित फ्लाइओवर है, जिसका केन्द्रीय मंत्री नितिन गडकरी ओरछा में अन्य विकास कार्यों के साथ-साथ शिलान्यास कर चुके हैं। इस फ्लाइओवर की मंजूरी का काम इतना गोपनीय तरीके से किया गया कि जब शिलान्यास का समय आया तब लोगों को इसकी जानकारी मिली। जानकारी मिलते ही लोगों ने विरोध शुरू कर दिया सबसे पहले क्षेत्र के सांसद एवं केंद्रीय मंत्री वीरेन्द्र कुमार को शहरवासियों द्वारा ज्ञापन दिया गया और अब खजुराहो सांसद एवं प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष बी.डी.शर्मा एवं क्षेत्रीय कांगे्रस विधायक आलोक चतुर्वेदी को ज्ञापन सौंपकर इस फ्लाइओवर को निरस्त कराये जाने की मांग की है।
ज्ञापन की प्रति प्रेस को जारी करते हुये लोगों को ने बताया कि आकाशवाणी तिराहे से महोबा रोड तक प्रस्तावित फ्लाइओवर की मांग न तो जनता द्वारा की गई थी और न ही सत्ता एवं विपक्ष के द्वारा यह मांग की गई बल्कि शासकीय कर्मचारियों की सलाह पर शहर के विनाश का प्रतीक फ्लाओवर दे दिया गया, जबकि जनता द्वारा रिंग रोड की मांग की गई थी। ज्ञापन में बताया गया है कि केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री ने सागर-कानपुर फोर लेन की सौगात पूर्व में दी गई थी जिसमें चौका से चन्द्रपुरा बाईपास निर्माण की स्वीकृति भी शामिल है। यह बाईपास बनने से शहर में लगने वाले जाम एवं ट्राफिक की समस्या समाप्त हो जानी थी। लोगों ने ज्ञापन में बताया कि शहर की जनता द्वारा किये गये आंदोलन के बाद 4 वर्ष पूर्व 2018 में मेडिकल कालेज मिला था लेकिन वह आज तक नहीं बन सका है। इसी प्रकार 2009 में यूनिवर्सिटी की घोषणा हुई थी जिसके लिये 418 एकड़ जमीन का आवंटन किया गया किन्तु यूनिवर्सिटी स्वयं का अस्तित्व तो बना नहीं पाई बल्कि 150 वर्ष पुराने महाराजा कालेज का अस्तित्व यूनिवर्सिटी को बचाने में लग गया। इसी प्रकार एनटीपीसी सौगात 2012-13 में जिले को मिली थी लेकिन आज तक एनटीपीसी का अस्तित्व धरातल पर नहीं हुआ। इसी प्रकार केन-बेतवा परियोजना मंजूर हुये कई साल हो चुके हैं लेकिन उसका काम भी अभी तक शुरू नहीं हो सका। जिले से नर्सिंग कालेज, अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा, स्पीट पोस्ट कार्यालय, पर्यटन कार्यालय आदि कई कार्यालय छतरपुर से स्थानांतरित कर दिये गये हैं लेकिन इन्हें रोकने का प्रयास नहीं किया गया। कुल मिलाकर जनता फ्लाइओवर के इस निर्णय से बेहद नाराज है। नागरिकों ने ज्ञापन के माध्यम से छतरपुर के विकास में बाधक बन रहे फ्लाइओवर को तत्काल निरस्त करने मांग की है। साथ ही रिंग रोड, मेडिकल कालेज, विश्व विद्यालय, एनटीपीसी का निर्माण शीघ्र चालू कराने की मांग की है जिससे शहर का चहुंमुखी विकास हो सके। ज्ञापन में संपादक हरि अग्रवाल, सुरेन्द्र अग्रवाल, सुशील दुबे, भगवत शरण अग्रवाल, हर्षवर्धन अग्रवाल, मोहम्मद रफीक, जय तिवारी, दिनेश पाठक, पकंज मोदी, संजय गोस्वामी, राजेन्द्र तिवारी, गौरव जैन, आकाश, कविश जैन, आशीष अग्रवाल, बृजेश श्रीवास, रामजीवन नागर, अरूण तिवारी, ऋषभ मिश्रा, पंकज चौधरी, संजय चौरसिया, राघवेन्द्र सिंह, रामचन्द्र साहू, दिनेश पाठक, जगतनारायण, अर्जुन नायक, शीलवंत पचौरी, गुल्ले सरदार, गुरदीप सिंह, संदीप कुमार साहू, सर्वज्ञ श्रीवास्तव, शुभम श्रीवास्तव, श्रेयांश, विवेक तिवारी, दीपक, नमन जैन, प्रदीप जैन, राकेश कुमार सहित अनेक शहरवासी शामिल रहे।
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