कठिन साधना ओर परम तपस्वी वर्तमान महावीर अन्तर्मना आचार्य 108 श्री प्रसन्न सागर जी महाराज
कठिन साधना ओर परम तपस्वी वर्तमान महावीर अन्तर्मना आचार्य 108 श्री प्रसन्न सागर जी महाराज जो 557 दिनों के उपवास में 461 निर्जला उपवास ओर 61 पारणा कर इतिहास रचेता सम्पूर्ण भारत के जैन समाज नही अपितु साधर्मी समाज मे अपना छाप छोड़ने वाले संत जो आज परम पावन तीर्थराज श्री सम्मेद शिखरजी से विहार कर लोगो को अकेला छोड़ गए मधुबन के तमाम ग्रामवासी ओर मधुबन के सभी सामाजिक समिति के साथ साथ जैन समाज के धरोहर जैन श्वेताम्बर के अध्यक्ष श्री मान कमल सिंह रामपुरिया ओर सभी कोठी के प्रबंधक समस्त सेकड़ो श्रद्धालुओं ने अपनी नम भरी आंखों से उनके बिहार होने में साथ चले और विदाई किये ऐसे संत परमात्मा के रूप होते लोगो ने सुना था और अन्तर्मना आचार्य ने सिद्ध कर के दिखाया जिन्होंने समाज के हर वर्गो को जोड़ने का काम किया ऐसे संत के दर्शन मात्र से जीवन धन्य हो जाती ऐसे संत को मेरा बारम्बार वंदन ओर अभिनंदन
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