मुख्यमंत्री श्री चौहान ने जी-20 देशों के प्रतिनिधियों के सम्मान में दिया उद्बोधन दुनिया की सभी समस्याओं का समाधान आपसी एवं परस्पर स्नेहिल भावना से संभव: मुख्यमंत्री विश्व की धरा पर हम सब एक है
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने बुधवार को खजुराहो के एक निजी प्रतिष्ठान में जी-20 समिट में भाग लेने आये सदस्य एवं विदेश अतिथि देशों के प्रतिनिधियों के सम्मान समारोह को संबोधित करते हुये कहा कि दुनिया की सभी समस्याओं का समाधान आपसी एवं परस्पर स्नेहिल भावना से संभव है। विश्व की धरा पर हम सब एक है, देश खानपान, संस्कार, संस्कृति अलग हो सकते है लेकिन हम एक है। विश्व के लोगों में वसुधैव कुटुंबकम के विचार प्रभावी हो जाये तो आपसी भेदभाव, लड़ाई झगड़े सब बंद हो सकते है, सीमावर्ती देश लड़ना छोड़ सकते है, मनुष्य एक है तो भेदभाव क्यों।
उन्होंने कहा कि कला, संस्कृति, संगीत, नृत्य मन को असीम आनंद देते हे, मन के आनंद से दूसरे की भलाई करके अपूर्व आनंद का सुख मिलता है, जिनके पास ज्यादा है वह ऐसे लोग जिन्हें जरूरत है उनकी मदद करें, दूसरे की मदद करके मन को प्रशन्नता होती है।खजुराहो कला की राजधानी है और खजुराहो महोत्सव अद्भुत है
उन्होंने कहा कि खजुराहो कला की राजधानी है और खजुराहो महोत्सव का आयोजन अद्भुत है। खजुराहो के मंदिर शरीर, मन और आत्मा को सुकून देते है। आपने खजुराहो के जी-20 समिट में संस्कृतिक प्रथम कार्य समूह की बैठक आयोजित किये जाने पर प्रधानमंत्री के प्रति आभार प्रकट किया। उन्होंने कहा कि भारत के विचार विश्व कल्याण के लिये है कैसे पीड़ित व्यथीत व्यक्ति का कल्याण हो। हाल ही में तुर्की में आये भूकंप की घटना में प्रधानमंत्री ने संवेदनशीलता का परिचय देते हुये हर संभव मदद की।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने खजुराहो में जी-20 समिट में विभिन्न देशों के डेलीगेट्स को बुलाने पर केन्द्रीय संस्कृति मंत्री का आभार प्रकट किया।
केन्द्रीय संस्कृति मंत्री जी किशन रेड्डी ने जी-20 समिट में डेलीगेट्स के उपस्थित होने पर आत्मीय संबोधन देते हुये आभार प्रकट किया। कार्यक्रम में केन्द्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री डॉ वीरेन्द्र कुमार, केन्द्रीय संस्कृति एवं विदेश राज्यमंत्री मिनाक्षी लेखी, प्रदेश के लद्यु एवं सूक्ष्म छतरपुर जिले के प्रभारी मंत्री ओमप्रकाश सखलेचा, खजुराहो सांसद व्हीडी शर्मा भी उपस्थित रहे।
स.क्र./126/233/2023/फोटो क्रमांक 11 से 12 तक संलग्न है/
No comments