देश के कई पक्षी विशेषज्ञों के साथ पिछले 6 वर्षों से काम कर रहे पक्षियों के जानकार राहुल अहिरवार का कहना है
देश के कई पक्षी विशेषज्ञों के साथ पिछले 6 वर्षों से काम कर रहे पक्षियों के जानकार राहुल अहिरवार का कहना है कि गौरेया पक्षी की प्रजाति अब विलुप्त की कगार पर है। यदि इसके संरक्षण के उचित प्रयास नहीं किए गए तो हो सकता है कि गौरैया इतिहास का प्राणी बन जाए और भविष्य की पीढ़ियों को यह देखने को ही न मिले। ब्रिटेन की ‘रॉयल सोसायटी ऑफ़ प्रोटेक्शन ऑफ़ बर्डस’ ने भारत से लेकर विश्व के विभिन्न हिस्सों में अनुसंधानकर्ताओं द्वारा किए गए अध्ययनों के आधार पर गौरैया को ‘रेड लिस्ट’ यानी संकटग्रस्ट पक्षियों की सूची में डाला गया है। इस सूची में तभी किसी पक्षी को रखा जाता है जब उसकी प्रजाति पूरी तरह से धरती पर खत्म होने वाली हो यानी जिन पक्षियों की संख्या मात्र कुछ ही शेष रह गई हो। सरकार, प्रशासन, अशासकीय संगठनों सहित हम सभी को मिलकर प्रयास करने होंगे अन्यथा हमारे हिस्से में पछताने के अलावा और कुछ नहीं आएगा।
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